बिना कोचिंग, दो बार UPSC में सफल - जानिए हरियाणा की बेटी दिव्या तंवर की कहानी!

दिव्या तंवर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के एक छोटे से गांव निंबी की रहने वाली हैं। उनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल में प्राप्त की।

स्कूल के दौरान ही दिव्या ने एक SDM को देखकर IAS बनने का सपना देखा था। उन्होंने कॉलेज में UPSC के बारे में जाना और फिर खुद ही तैयारी शुरू कर दी। अपने पहले प्रयास में उन्होंने AIR 438 प्राप्त की और IPS अफसर बनीं। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास AIR 105 बेहतर रैंक हासिल कर IAS बनने का अपना लक्ष्य पूरा किया।

दिव्या ने ने ग्रेजुएशन के बाद ही से UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी। फीस और किताबों का खर्च उठाने के लिए गांव के ही स्कूल में पढ़ाया | घर पर भी बच्चो को टूशन पढ़ाया था।

IAS  दिव्या तंवर ने अपना पहला प्रयास 2021 में दिया था। पहले ही प्रयास में उन्होंने 438वीं रैंक हासिल की थी। और IPS पोस्ट मिली, और मणिपुर कैडर अलॉट हुआ था। तब उनकी उम्र 22 वर्ष थी। उन्होंने IAS  बनने के लिए अपनी पढ़ाई जारी राखी। और उनकी मेहनत रंग लाई। इस बार उन्हें 105 वीं रैंक हासिल हुई। और महज 23 साल की उम्र में IAS  बन गई।

दिव्या तंवर की कहानी हमें सिखाती है कि सफलता के लिए महंगे कोचिंग या बड़े शहरों की सुविधाओं की जरूरत नहीं होती। दृढ़ संकल्प, सही रणनीति और लगातार प्रयास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।